शनिवार, 29 अगस्त 2009

मयूर ग्रामीण विकाश संसथान दवारा आयोजित स्वास्थ्य जाँच सिविर में आँखों की जाँच करते चिकित्सक
जाँच उपरांत मरीज को दवाइया और उचित एनक संसथान द्वारा निशुल्क उप्लब्थ करवाए गये तो वर्ध मरीज अली मोहमद की खुसी का कोई ठिकाना नही था इनके साथ आए पुत्र ने बताया की इन्हे पिसले पॉँच सालो से नजर से दिखाना बंद हो चुका था और आज जो पॉँच सालो बाद दिखने लगा तो बहुत ही खुस हे और कह रहे हें की आल्हा थारो भलो करे जो मन्हा आज पंच बरसा पचे इए दुनिया ने देख्नेरो माको दियो खुदा थारी संस्था रो मान सामान दिन दुनो रात चोगुनो होवे वर्ध के ये सब्द सुन संसथान के प्रेम सिंह निर्मोही ने उन्ही की भाषा में कहा की बाबाजी यो तो आप रो बडापन हे

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