मंगलवार, 3 मार्च 2009

बचाव दल रवाना होते हुआ


बचाव के लिए दल बनाकर रवाना होते हुए मर्दस संसथान के सवय सेवक बोट और टुयब की नाव बनाकर दल के रूप में पीडितो की मदद को सबसे आगे

रेगिस्थान में नदी

क्वाश में नदी के रूप में बहता पानी और बचाव दल दवरा निकले जाते बजुर्ग और महिलायें,व बीमार लोग

रविवार, 1 मार्च 2009

कवाश की तबाही से रूबरू होते लोग

कवाश की तबाही के बाद बचाव में जुटे लोगो का होसला अफजाही कर जीटी कम्पनी के पिटर और उनके एक मित्र डेनियल ने भी बचाव के कार्य में नेता राम के साथ मिलकर नाव व टायर, ट्यूब की मदद से बहते हुए पानी में अपनी जान की परवाह न करके पानी में फसे लोगो कों निकलने का बीडा उठाया और कामयाब भी रहे व् पीड़ित लोगो के लिए भोजन व् चाय नास्ते का इंतजाम किया व मेडिकल भी उपलब्थ करवाया अपनी जान की परवाह ना करके बचाव अभियान कों पुरा किया और पीड़ित लोगो कों निकलने के बाद ही आराम किया